Menu
blogid : 25721 postid : 1341247

लगाव

रोहित सिंह काव्य
रोहित सिंह काव्य
  • 98 Posts
  • 2 Comments

जाने यह कैसा दो तीन दिंनो में तुजसे ऐसा लगाव सा हो गया हैं,
ना हो जिस दिन बात तुजसे ऐसा लगता है की ये दिन रात अधूरा सा गया,
ना कहाकर तू मुझसे यू दूर रहने के लिए,
चाहती क्या है मै दूर हो जाओ तुजसे हमेशा के लिए ||

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh