रोहित सिंह काव्य
- 98 Posts
- 2 Comments
यहाँ मुझे तो रिश्ते बहुत मिले है,
यहाँ दोस्ती का रिस्ता जिससे बनाया वह दोस्त मैंने खुद चुने है,
ज़िंदगी में चाहें आये कितने भी सुख दुःख ऐ दोस्त है जो मेरे साथ हर जगह हर वक़्त मेरे साथ खड़े हैं||
Read Comments